लेजिम नृत्य

लेजिम नृत्य महाराष्ट्र में किया जाने वाला लोक नृत्य है। सामाजिक एवं धार्मिक उत्सवों पर सम्पादित होने वाला यह नृत्य महाराष्ट्र की युद्ध कला पर आधारित नृत्यों में प्रमुख है।

लौंडा नृत्य

लौंडा नृत्य बिहार के भोजपुर क्षेत्र का सर्वाधिक लोकप्रिय नृत्य है। इस नृत्य को 'लौंडा' अथार्त् लड़का ही करता है। अतः इसे बिहार की आम भाषा में 'लौंडा नृत्य' कहा जाता है। लौंडा नृत्य अधिकांशत: बारात आदि के मौकों पर किया जाता है। इस नृत्य में सिर्फ़ लड़के ही भूमिका निभाते हैं।

विदापत नृत्य

विदापत नृत्य बिहार के लोक नृत्यों में से एक है। यह नृत्य राज्य के पूर्णिमा ज़िले (मिथिलांचल क्षेत्र) में किया जाता है। इस प्रमुख लोक नृत्य में नर्तक सामूहिक रूप से मिथिला के महान् कवि विद्यापति के पदों को गाते हैं।
नर्तक पदों में वर्णित भावों को प्रस्तुत करते हुए नृत्य करते हैं।

वीरनाट्यम

वीरनाट्यम आन्ध्र प्रदेश के प्रसिद्ध लोक नृत्यों में से एक है। भगवान शिव से सम्बन्धित वेद-पुराण से ली गयी कहानियों पर आधारित यह नृत्य अत्यन्त प्रचलित लोक नृत्य है।

 

शैताम नृत्य

शैताम नृत्य बुंदेलखण्ड में प्रचलित लोक नृत्य है। यह नृत्य भोई जाति के लोगों द्वारा किया जाता है। शैताम नृत्य के समय जो गीत गाये जाते हैं, वे समाज सुधार आदि विविध विषयों को व्यक्त करने वाले होते हैं। मुख्यत: विवाह आदि के अवसर पर यह नृत्य किया जाता है।

राग परिचय

हिंदुस्तानी एवं कर्नाटक संगीत

हिन्दुस्तानी संगीत में इस्तेमाल किए गए उपकरणों में सितार, सरोद, सुरबहार, ईसराज, वीणा, तनपुरा, बन्सुरी, शहनाई, सारंगी, वायलिन, संतूर, पखवज और तबला शामिल हैं। आमतौर पर कर्नाटिक संगीत में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों में वीना, वीनू, गोत्वादम, हार्मोनियम, मृदंगम, कंजिर, घमत, नादाश्वरम और वायलिन शामिल हैं।

राग परिचय