संगीत भारती

यह भारत का एक प्रमुख संगीत शिक्षण संस्थान हैं | यह संस्थान मुंबई एवं चंडीगढ़ में स्थित हैं |

स्थापना
संगीत भारती संस्थान की स्थापना प्रख्यात वेद गुरु, धर्माचार्य एवं संगीताचार्य स्वामी श्री द्वारिकाधीश (अधीश) जी महाराज द्वारा सन 1981 में की गयी थी जिसके मुख्य संचालक मुंबई के सूप्रसिद्ध गायक एवं संगीत निर्देशक "मनुज देव भारद्वाज" एवं उनके पुत्र हर्षन भारद्वाज और आकर्षण भारद्वाज है. संगीत भारती की मुख्य दो शाखाएं मुंबई एवं चंडीगढ़ मे है

अलाउद्दीन खां संगीत अकादमी

उस्ताद अलाउद्दीन ख़ाँ संगीत अकादमी भोपाल, मध्य प्रदेश में स्थित है। इस अकादमी की स्थापना सन 1979 में की गई थी। इसका उद्देश्य उस्ताद अलाउददीन ख़ाँ के अवदान और परम्परा का अध्ययन, विस्तार और परिरक्षण के साथ-साथ हिन्दुस्तानी संगीत और शास्त्रीय नृत्य के उच्च स्तरीय प्रशिक्षण, दुर्लभ संगीत शैलियों के पुनराविष्कार करना है।

राग परिचय

हिंदुस्तानी एवं कर्नाटक संगीत

हिन्दुस्तानी संगीत में इस्तेमाल किए गए उपकरणों में सितार, सरोद, सुरबहार, ईसराज, वीणा, तनपुरा, बन्सुरी, शहनाई, सारंगी, वायलिन, संतूर, पखवज और तबला शामिल हैं। आमतौर पर कर्नाटिक संगीत में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों में वीना, वीनू, गोत्वादम, हार्मोनियम, मृदंगम, कंजिर, घमत, नादाश्वरम और वायलिन शामिल हैं।

राग परिचय