पोइक्कल कुदीराई अट्टम नृत्य
पुईकल कुडीराई अट्टम तमिलनाडु का नकली घोड़ों के साथ किया जाने वाला लोक नृत्य है, जहाँ नृत्य करने वाला व्यक्ति अपनी कमर की ऊँचाई पर घोड़े के शरीर की आकृति का एक नकली पुतला पहनता है।
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बमरसिया नृत्य
बम' वस्तुत: एक विशाल नगाड़े का नाम है, जिसे इस हर्षपूर्ण नृत्य के साथ बनाया जाता है। बमरसिया या 'बम नृत्य' राजस्थान के अलवर और भरतपुर क्षेत्र का प्रमुख लोक नृत्य है। यह नृत्य 'होली' के प्रसिद्ध त्योहार पर किया जाता है। नृत्य के दौरान गिलास के ऊपर एक थाली को औंधा रखकर बजाया जाता है।
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बालर नृत्य
यह गरासियों का नृत्य है, जो विशेषकर गणगौर त्यौहार के दिनों में होता है. इसमें स्त्रीप्रसिद्ध है. इस नृत्य में विभिन्न शारीरिक करतब दिखाने पर अधिक बल दिया जाता है. यह उदयपुर संभाग में अधिक प्रचलित है. अनूठी नृत्य अदायगी, शारीरिक क्रियाओं के अद्भुत चमत्कार तथा लयकारी की विविधता इसकी खासियत है |
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बागड़िया नृत्य
बागड़िया नृत्य कालबेलिया स्त्रियों द्वारा भीख माँगते समय किया जाता है। बागड़िया नृत्य राजस्थान के लोक नृत्यों में से एक है। यह नृत्य सपेरा जाति कालबेलिया की स्त्रियों द्वारा किया जाता है।
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बिदेसिया नृत्य
'बिदेसिया' बिहार राज्य की उपज है, किन्तु पूर्वांचल में भी यह विधा अत्यंत ही लोकप्रिय है। इसके जनक श्री भिखारी ठाकुर हैं। नाट्य प्रधान इस नृत्य विधा में विदेश जाते या चले गए पति के साथ पत्नी की वार्ता का करुण दृश्य प्रदर्शित की जाती है। भोजपुरी बोली में प्रस्तुत यह नृत्य आज भी बहुत ही लोकप्रिय है।
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राग परिचय
हिंदुस्तानी एवं कर्नाटक संगीत
हिन्दुस्तानी संगीत में इस्तेमाल किए गए उपकरणों में सितार, सरोद, सुरबहार, ईसराज, वीणा, तनपुरा, बन्सुरी, शहनाई, सारंगी, वायलिन, संतूर, पखवज और तबला शामिल हैं। आमतौर पर कर्नाटिक संगीत में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों में वीना, वीनू, गोत्वादम, हार्मोनियम, मृदंगम, कंजिर, घमत, नादाश्वरम और वायलिन शामिल हैं।