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T.N. Krishnan & Viji Krishnan | Raga - Hindolam

Feel the resonance of evening ragas....Trippunithura Narayanaiyer Krishnan was an Indian Carnatic music violinist. The violin legend has been the guiding light for many. His journey go down a road filled with milestones, achievements, and a life that only breathes music. #EminentAritistsofIndia #IndianCarnaticMusic

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संबंधित राग परिचय

हिन्डोल

हिन्डोल

यह राग मधुर परन्तु गाने में कठिन है इसीलिए इसे गुरु मुख से सीखना ही उचित है। इस राग में मध्यम तीव्र है और इसे गाने के लिए बहुत रियाज़ की आवश्यकता है। यह राग ज्यादा प्रचलन में नहीं है। यह स्वर संगतियाँ राग हिंडोल का रूप दर्शाती हैं -

सा ; ग म् ध ग म् ग ; म् ग ; ग सा ; ,ध ,ध सा ; ,नि ,म् ,ध सा ; सा ग म् ध ; ग म् ग ; म् ध सा' ; नि म् ध ; ग म् म् ग ; सा ; ,ध ,ध सा;

थाट

राग जाति

आरोह अवरोह
सा ग म् ध नि म् ध सा' - सा' नि ध म् ग म् ग सा ,ध सा;
वादी स्वर
धैवत/गंधार
संवादी स्वर
धैवत/गंधार

राग के अन्य नाम

हिन्डोल

Comments

Pooja Mon, 19/04/2021 - 21:29

राग हिंदोल का परिचय
वादी: ध
संवादी: ग
थाट: KALYAN
आरोह: सागम॓धनिधसां
अवरोह: सांनिधम॓गसा
पकड़: गम॓धनिधम॓ग म॓गसा
रागांग: उत्तरांग
जाति: AUDAV-AUDAV
समय: दिन का प्रथम प्रहर
विशेष: इसमें पंचम और ऋषभ वर्ज्य है। आरोह में निषाद वक्र रूप से प्रयोग होता है।