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काशी के संगीतकार

काशी के संगीतकार

 

    काशी के संगीतकार
    काशी की अपनी एक विशेषता. विशेषता में संगीत एक महत्वपूर्ण कड़ी. भगवान शिव के में. ,,, काशी में आदान आदान-प्रदान सत्संग भजन, भजन-. , (,,) जिससे ऐसा प्रतीत कि निश्चित से. -

    1739 1770 ई 0 ,,, संगीतकारों ने अपनी कला से संगीत नया आयाम.

    - दोनों भाइयों को महाराजा ईश्वरीनारायण सिंह के दरबार में गायन.

    - अपने पिता की विरासत यानी संगीत को आगे बढ़ाने में अमूल्य. गायन तथा वीणा वादन बेहद. बार पंजाब अली फत्ते.

    - जगदीप मिश्र उस्ताद मौजूद्दीप के. ठुमरी को नया आयाम.

    - बड़े (1877-1960) बाद में अपने ससुर धुपदाचार्य पण्डित जयकरण मिश्र के मुख्य. , 'मोहन', '' पण्डित बड़े रामदास भारत के प्रमुख स्थान रखते.

    - इन्होंने अपने नाना पण्डित प्रसाद मिश्र से संगीत की. की इस विद्या में छोटे रामदास. इन्होंने धुपद में नाम अर्जित.

    - पण्डित ,, ರು

    - पण्डित ,,,

    में संगीतकारों में बहुत से नाम.

    भूषत खां
    जीवन साह अंगुलीकत प्यारे
    ठाकुर दयाल मिश्र
    निर्मल साह
    जफर खां
    रबाबी
    बासत खां
    धुपदिये प्यारे खां
    उमराव खां
    मोहम्मद अली
    शोरी मियां
    शिवसहाय
    सादिक अली
    राआदत अली खा
    जाफर खां
    प्यारे खां
    बासत खां
    अली मोहम्मद
    अली वारिस
    पण्डित मनोहर मिश्र
    हरि प्रसाद
    घीरेन बाबू
    बेनी माधव भट्ट
    दाऊ मिश्र
    0
    हरिशंकर मिश्र
    ''
    महादेव मिश्र
    गणेश प्रसाद मिश्र
    जालपा प्रसाद मिश्र
    छोटे मियां
    उमा दत्त शर्मा