Aur Is Dil Mein ❤️ RAAG CHARUKESHI
Patthar ke sanam tujhe humne https://youtu.be/WlBbv0Ne5wE *Dil kya kare jab kisi ko kisi se pyar ho jaye https://youtu.be/OeinXj1Hhaw *Chu kar mere man ko https://youtu.be/F1jY4rw2P58 *Koi hota jisko apna https://youtu.be/lcU7pg_ksWU *Ye lo main haari piya https://youtu.be/0Y3Z_Wt01Ac *Babuji dheere chalna https://youtu.be/83gcRgWvLvk * Rabbavay (by Rahat Fateh Ali Khan) https://youtu.be/aUFwCPta71I *Yaar ko maine mujhe yaar ne sone na diya https://youtu.be/idvdOsCLV_8 *Jaane de (by Atif Aslam) https://youtu.be/chsdTuEy0bU *Maahi ve (by Neha Kakkar) https://youtu.be/PhJfpZvajO4 *Tu hi eo haseen hai https://youtu.be/VDEKX8_o3Kg *Jaane waalon zaraa mudh ke dekho mujhe https://youtu.be/p4O5jg7_cTk *Kai baar yun bhi dekha hai https://youtu.be/c1iLqt93IGo *Naina jo saanjh khwab dekhte the https://youtu.be/jJuuxP9dP88 *Aapki nazron ne samjha https://youtu.be/08ip7y7TrUk *Dil dhoondta hai phir wahi https://youtu.be/9_KEvxPrDKI *Tere bina tere bina dil naiyo lagdaa https://youtu.be/aMiqNTAMEZc *Kai baar yunbhi dekha hai https://youtu.be/c1iLqt93IGo Check out my books on Amazon! Kindle edition also available -- *'Being in Peace' by Sanchita Pandey https://www.amazon.in/dp/1537103989/ref=cm_sw_r_wa_apa_i_RFxoDbXQME43T *'Cancer to cure' by Sanchita Pandey https://www.amazon.in/dp/1974413268/ref=cm_sw_r_wa_apa_i_2ExoDb86QVQ65 *'Enrich your life' by Sanchita Pandey https://www.amazon.in/dp/1548191698/ref=cm_sw_r_wa_apa_i_sGxoDbHGBA6Z3 *'Voyage to happiness' by Sanchita Pandey https://www.amazon.in/dp/B01CIBES4C/ref=cm_sw_r_wa_awdb_t1_oJCoDb8B3SVF0 *'Spiritual lessons from life' by Sanchita Pandey https://www.amazon.in/dp/B01JVLAYDG/ref=cm_sw_r_wa_awdo_t1_xKCoDb0XK3WGM
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राग
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संबंधित राग परिचय
चारुकेशी
राग चारुकेशी अपेक्षाकृत नया राग है जिसे दक्षिण भारतीय संगीत पद्धति से लिया गया है। यह बहुत ही मधुर राग है जिसे तीनों सप्तकों में बिना किसी रोक टोक के गाया जा सकता है। धैवत और निषाद कोमल होने के कारण यह राग उत्तरांग मे अनूठी सुन्दरता दर्शाता है।
इस राग में पंचम स्वर को कभी-कभी आरोह और अवरोह में छोड़ा जाता है जैसे - ग म ध१ प और प ध१ नि१ ध१ म ग रे। इस राग में कई रागों की छाया दिखाई देती है जैसे- सा रे ग म - नट अंग, ग म ध१ प - भैरव अंग, नि१ सा' रे' सा' ध१ ; ध१ नि१ रे सा' - दरबारी की छाया, रे ग म रे सा - नट भैरव अंग। इन सभी अंगों के मिश्रण से ही राग चारुकेशी का अपना स्वतंत्र अस्तित्व सामने आता है।
यह स्वर संगतियाँ राग चारुकेशी का रूप दर्शाती हैं - म ग रे ; ग रे सा ; ,नि१ ,ध१ सा ; सा रे ग म ; रे ग म रे सा ; ग म ध१ प ; म ग रे ; ग म प ध१ नि१ सा' ; ग म ध१ नि१ ; नि१ सा' ; नि१ सा' रे' सा' ध१ ; ध१ नि१ रे' सा' ; नि१ सा' नि१ ध१ प ; प ध१ नि१ ध१ म ; ग रे ग म रे सा ; ,नि१ ,ध१ ,नि१ रे सा ; म प ध१ नि१ सा' रे' ; सा' रे' ग' रे' ; ग' रे' नि१ ध१ सा' ; सा' नि१ ध१ प ; ध१ म ग रे ; ग म ध१ प ; ग म रे सा ; ,नि१ ,ध१ ,नि१ रे सा;
राग जाति
गायन वादन समय
राग
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