Aur is dil mein kya rakha hai❤️ RAAG CHARUKESHI ❤️ Suresh Wadkar❤️ Imaandaar
Song: Aur is dil mein Singer: Suresh Wadkar Lyrics: Prakash Mehra Music: Kalyanji Anandji Film: Imaandaar (1987) Karaoke has been taken from this link: https://youtu.be/d349VbJZYJE My other YouTube Channel: INNER UNIVERSE COMMUNITY Editing app used for this video is Kinemaster Mic Brand name is SONiLEX SL-BS204 (Wireless with Bluetooth and USB) My e-mail: [email protected] Follow me on Facebook: https://www.facebook.com/SanchitaSingerAuthor/ My Instagram handle is: @singersanchita More songs sung by SiNGER SANCHiTA: *Aao tumhen chand pe le jayen https://youtu.be/AmMmBc3zswk *Dil to hai dil, dil ka aitbaar kya kijiye https://youtu.be/Co_vuHoViAI *Ye dil tum bin kahin lagta nahin https://youtu.be/as7tZ8KZI7o *Akele hain chale aao https://youtu.be/3D11W-TtzJw *Ehsaan tera hoga mujh par https://youtu.be/WrV9yQ_NyF0 *O mere dil ke chain https://youtu.be/IQDi9PbdMqw *Tera fitoor jab se chadh gaya re https://youtu.be/idTM1ompKvE *Gulabi aankhen jo teri dekhi (Rafi) https://youtu.be/Epdn_hZzd1I *Nainheen ko raah dikha prabhu (K L Saigal Saab) https://youtu.be/GfHluJOqQ5E *Gaata rahe mera dil https://youtu.be/yPy0gWFKoJY *Pyar deewaana hota hai https://youtu.be/jTbV2Ralrrs * Jeevan se bhari teri aakhen https://youtu.be/Gu9en9QhqA0 *Ek ajnabi haseena se https://youtu.be/ekivYuIIrDM * Dil cheez kya hai https://youtu.be/806pPZFVZMg *Bin tere sanam https://youtu.be/b71Mfez0J5k *Hai apna dil to aawaara https://youtu.be/abp4NDKGOR8 *Likhe jo khat tujhe https://youtu.be/BhC6yZxbbG8 *Tum asha vishwas hamaare https://youtu.be/KNlWFdWK3uA *Tumko dekha to ye khayal https://youtu.be/iNxOsHYOzbY *Dil diya hai jaan bhi denge https://youtu.be/emBw_IEv2DE #SureshWadkar #KalyanjiAnandji #FilmiGaane
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राग
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संबंधित राग परिचय
चारुकेशी
राग चारुकेशी अपेक्षाकृत नया राग है जिसे दक्षिण भारतीय संगीत पद्धति से लिया गया है। यह बहुत ही मधुर राग है जिसे तीनों सप्तकों में बिना किसी रोक टोक के गाया जा सकता है। धैवत और निषाद कोमल होने के कारण यह राग उत्तरांग मे अनूठी सुन्दरता दर्शाता है।
इस राग में पंचम स्वर को कभी-कभी आरोह और अवरोह में छोड़ा जाता है जैसे - ग म ध१ प और प ध१ नि१ ध१ म ग रे। इस राग में कई रागों की छाया दिखाई देती है जैसे- सा रे ग म - नट अंग, ग म ध१ प - भैरव अंग, नि१ सा' रे' सा' ध१ ; ध१ नि१ रे सा' - दरबारी की छाया, रे ग म रे सा - नट भैरव अंग। इन सभी अंगों के मिश्रण से ही राग चारुकेशी का अपना स्वतंत्र अस्तित्व सामने आता है।
यह स्वर संगतियाँ राग चारुकेशी का रूप दर्शाती हैं - म ग रे ; ग रे सा ; ,नि१ ,ध१ सा ; सा रे ग म ; रे ग म रे सा ; ग म ध१ प ; म ग रे ; ग म प ध१ नि१ सा' ; ग म ध१ नि१ ; नि१ सा' ; नि१ सा' रे' सा' ध१ ; ध१ नि१ रे' सा' ; नि१ सा' नि१ ध१ प ; प ध१ नि१ ध१ म ; ग रे ग म रे सा ; ,नि१ ,ध१ ,नि१ रे सा ; म प ध१ नि१ सा' रे' ; सा' रे' ग' रे' ; ग' रे' नि१ ध१ सा' ; सा' नि१ ध१ प ; ध१ म ग रे ; ग म ध१ प ; ग म रे सा ; ,नि१ ,ध१ ,नि१ रे सा;
राग जाति
गायन वादन समय
राग
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