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असम का बिहू नृत्य गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज, बने दो विश्व कीर्तिमान

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, हमने आज गुवाहाटी के सरुसाजई में दो विश्व रिकॉर्ड के लिए प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इस दौरान 11,304 बिहू नासनियों और ढोलियों ने हिस्सा लिया। इससे पहले एक साथ इस तरह का बिहू नृत्य कहीं नहीं हुआ..

शुक्रवार को पूरे असम में रंगाली बिहू मनाई जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ देर पहले ही एक दिवसीय दौरे पर असम पहुंचे हैं। वे आज असम को पहला एम्स सहित 14,300 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात देंगे। इस बीच, बिहू की पूर्व संध्या पर असम के पारंपरिक बिहू नृत्य ने दो नए कीर्तिमान रचे हैं। रंगाली पर्व के अवसर पर लोकनृत्य बिहू और पारंपरिक संगीत ने गिनीज वुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा लिया है। गुरुवार को गुवाहाटी स्थित सरुसजई स्टेडियम में बिहू नृत्य और ढोल की परफॉर्मेंस हुई। बिहू कलाकारों ने दो अलग-अलग विश्व कीर्तिमान स्थापित किए। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने ट्विट करके इसकी जानकारी दी। उन्होंने इसके लिए पूरे असम को बधाई दी। उन्होंने कहा, आज हमने दो विश्व कीर्तिमान स्थिपित किए।

बने ये दो कीर्तिमान

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, हमने आज गुवाहाटी के सरुसाजई में दो विश्व रिकॉर्ड के लिए प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इस दौरान 11,304 बिहू नासनियों और ढोलियों ने हिस्सा लिया। इससे पहले एक साथ इस तरह का बिहू नृत्य कहीं नहीं हुआ। यह एतिहासिक पल है। हमने नया कीर्तिमान रचा। हमारे युवा साथियों ने कर दिखाया। यह एक तरह से टीमवर्क है। इतनी बड़ी संख्या में नृत्य करते देखना ही मन को गदगद करने वाला था। 2548 धुलिया ने इसमें हिस्सा लिया। इससे पहले 1356 ढोल का जो रिकॉर्ड था, उसे आज हमारे युवाओं ने तोड़ दिया। आज 2548 ढोलियों ने ढोल बजाकर भी विश्व कीर्तिमान कायम किया।