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शख्सियत

शास्त्रीय संगीत के बढ़े हैं श्रोता-जसराज

मेवाती घराने के हिन्दुस्तानी शैली के जाने माने शास्त्रीय गायक पंडित जसराज ने कहा कि चैनलों पर आने वाले कार्यक्रमों की वजह से शास्त्रीय संगीत के श्रोताओं की संख्या बढ़ रही है।

अपने जन्म दिन की पूर्व संध्या पर पद्म विभूषण पंडित जसराज ने कहा पंडाल लगाकर आयोजित किए जाने वाले शास्त्रीय संगीत के कार्यक्रमों में तीन-चार हजार लोग ही आ पाते हैं। इस बात के लिए चैनलों का शुक्रिया अदा किया जाना चाहिए कि उन्होंने शास्त्रीय संगीत को घर- घर तक पहुँचाया।

शास्त्रीय संगीत को मिला प्रोत्साहन-जसराज

अपने जीवन के कल 78 वर्ष पूरे करने जा रहे पंडित जसराज एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि वह शास्त्रीय संगीत के भविष्य को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि इंडियन आइडल और सारेगामा जैसे टीवी रियलिटी-शो के कारण युवा पीढ़ी की शास्त्रीय संगीत में रूचि बढ़ रही है।

जसराज के अनुसार शास्त्रीय संगीत के कार्यक्रमों में यदि एक हजार से अधिक श्रोता आ जाएँ तो उसे बेहद सफल कार्यक्रम माना जाता है, लेकिन इन रियलिटी-शो में दस-दस हजार तो दर्शक रहते हैं और टीवी के माध्यम से इसे लाखों लोग देखते हैं। यह एक उत्साहजनक बात है।

किशोरी अमोनकर के शास्त्रीय संगीत में भारतीय संस्कृति की आत्मा बसती थी

किशोरी अमोनकर एक भारतीय शास्त्रीय गायक थीं जिन्होंने अपने शास्त्रीय संगीत के बल पर दशकों तक हिन्दुस्तान के संगीतप्रेमियों के दिल में अपनी जगह बनाए रखी। किशोरी अमोनकर का जन्म 10 अप्रैल 1932 को मुंबई में हुआ था।

किशोरी अमोनकर को हिन्दुस्तानी परंपरा के अग्रणी गायकों में से एक माना जाता है। किशोरी अमोनकर जयपुर-अतरौली घराने की प्रमुख गायिका थीं। किशोरी अमोनकर एक विशिष्ट संगीत शैली के समुदाय का प्रतिनिधित्व करती थीं जिसका देश में बहुत मान है। किशोरी अमोनकर जब 6 वर्ष की थी तब उनके पिता की मृत्यु हो गई थी।

मधुप मुद्गल

Madhup Mudgal is an Indian Hindustani classical music vocalist.,[2] known for his khayal and bhajan renditions. A disciple of Kumar Gandharva, he is also a composer, conductor of famous Gandharva Choir and has been principal of the Gandharva Mahavidyalaya, Delhi, a music and dance school since 1995[

He received the prestigious Padma Shri award from the Government of India in 2006.[

शुभा मुद्गल

शुभा मुद्गल (जन्म १९४९) भारत की एक प्रसिद्ध हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत, खयाल, टुमरी, दादरा और प्रचलित पॉप संगीत गायिका हैं। इन्हें १९९६ में सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म संगीत निर्देशन का नेशनल अवार्ड अमृत बीज के लिये मिला था। १९९८ में संगीत में विशेष योगदान हेतु गोल्ड प्लाक अवार्ड, ३४वें शिकागो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उत्सव में उनकी फिल्म डांस ऑफ द विंड (१९९७) के लिये मिला था। इसके अलावा इन्हें २००० में पद्मश्री भी मिल चुका है।

तृप्ति मुखर्जी

तृप्ति मुखर्जी एक भारतीय शास्त्रीय गायिका हैं। वह मेवाती घराने से ताल्लुक रखती हैं और पंडित जसराज संस्थान की संस्थापक और निदेशक हैं। तृप्ति मुखर्जी को दुनिया भर में कई स्थानों पर उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बड़ी पहचान मिली है। वह ऑल इंडिया रेडियो और राष्ट्रीय भारतीय टेलीविजन की एक नियमित कलाकार हैं।


Pandita Tripti Mukherjee is an Indian classical vocalist. She belongs to Mewati Gharana. She is the founder and director of the Pandit Jasraj Institute for Music, Research, Artistry and Appreciation.

सुमति मुतटकर

सुमति मुतटकर (१० सितंबर १९१६ - २८ फरवरी २००७) हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के आगरा घराने की एक भारतीय शास्त्रीय संगीत गायिका और संगीतविद् थीं और दिल्ली विश्वविद्यालय में संगीत विभाग की प्रोफेसर थीं । 


Sumati Mutatkar (10 September 1916 – 28 February 2007) was an Indian classical music vocalist and musicologist from the Agra gharana of Hindustani classical music, and a Professor of Department of Music in University of Delhi.

संहिता नंदी

संहिता नंदी एक प्रमुख है हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक की किरण घराना.


Sanhita Nandi is a prominent Hindustani classical vocalist of the Kirana Gharanahe central motif of her style is slow tempo raga development (voice culture, voice throw, and tonal application) and ornamented sargams. She is getting guidance under Mashkoor Ali Khan.

Early life
Sanhita Nandi was trained under the late A. Kanan of Kirana Gharana,[3] the senior most guru at the ITC Sangeet Research Academy.

Career

Sanhita Nandi performing in Sawai Gandharva in Pune

रमेश लक्ष्मण नाडकर्णी

Ramesh Laxman Nadkarni (1921–1995) was a Hindustani classical music singer from Jogeshwari. Nadkarni a disciple of Aman Ali Khan had composed over 250 melodies and Ragas. He was honored for his dedicated lifelong service to classical music and was awarded a fellowship by Sursingar Sansad, Mumbai. He was part of BHENDI BAZAR GHARANA.

रमेश नारायण

Ramesh Narayan (born 3 November 1959) is an Indian classical vocalist, composer and music producer who works predominantly in Malayalam cinema.He belongs to the Mewati gharana of Hindustani classical music Narayan began his initial training in Carnatic music and later mastered the classical Hindustani style under the renowned Pandit Jasraj

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