गायक पंडित वामनराव सादोलीकर
Remembering Legendary Hindustani Classical Vocalist Pandit Wamanrao Sadolikar on his 30th Death Anniversary (25 March 1991) •
A short highlight on his early life, career and awards;
पंडित वामनराव सादोलीकर (१६ सितंबर १९०७ - २५ मार्च १९९१) जयपुर-अतरौली घराने के एक हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक थे, जिसकी स्थापना उनके गुरु उस्ताद अल्लादिया खान ने की थी।
• प्रारंभिक जीवन :
पंडित वामनराव सादोलीकर का जन्म कोल्हापुर में संगीत प्रेमियों के परिवार में हुआ था। एक किशोर के रूप में, उन्होंने ग्वालियर घराने के पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर के तहत शास्त्रीय संगीत का अध्ययन किया।
कैरियर:
पं. सदोलीकर के करियर ने उन्हें एक गायक-अभिनेता, एक संगीत निर्देशक और एक निर्देशक के रूप में मराठी नाट्य संगीत के मंच पर कई भूमिकाओं में डाल दिया। उन्होंने कई फिल्मों में अभिनय भी किया। उन्होंने उस्ताद भुरजी खान और उस्ताद अल्लादिया खान के अधीन संगीत का अध्ययन किया, और उन्होंने अपने भाई, मधुकर सादोलीकर, उनकी बेटी श्रीमती को निर्देश दिया। श्रुति सादोलीकर-कटकर, और श्रीमती। मंजरी कावरे-अलेगांवकर।
• पुरस्कार और मान्यता :
» 1938 - गंधर्व महाविद्यालय, लाहौर द्वारा संगीत प्रवीण।
»आईटीसी एसआरए फैलोशिप।
» मराठी नाट्य परिषद द्वारा बालगंधर्व सुवर्ण पदक
और बहुत सारे।
उनकी पुण्यतिथि पर, हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत और सब कुछ महान को श्रद्धांजलि देता है और हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के लिए उनकी सेवाओं के लिए बहुत आभारी हैं।
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