वृहत गुजरात समिति
वृहत गुजरात समिति भारत का एक प्रमुख संगीत शिक्षण संस्थान हैं। यह संगीत शिक्षण संस्थान अहमदाबाद में स्थित हैं।
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Bhatkhande Music Institute Deemed University
The history of music education in India dates back to the ancient period when all education was imparted in Gurukulas and Ashrams of great Saints and Rishi-Munis. The system of modern institutionalization of education in a graded, time-bound structure was ushered in by the British rulers from the mid-nineteenth century. Indian music education was brought and structured in this system in the beginning of the twentieth century.
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प्राचीन कला केन्द्र
प्राचीन कला केन्द्र भारत का एक प्रमुख संगीत शिक्षण संस्थान हैं | यह संगीत शिक्षण संस्थान चन्डीगढ में स्थित हैं।
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भातखंडे संगीत संस्थान समविश्वविद्यालय
भातखण्डे संगीत संस्थान विश्वविद्यालय लखनऊ में स्थित भारत का एक बड़ा ललित-कला (नृत्य-संगीत) समविश्वविद्यालय है। इस विश्वविद्यालय का आदर्श वाक्य है नादाधीनम् जगत् अर्थात यह संपूर्ण विश्व नाद या संगीत के अधीन है इस विश्वविद्यालय का नाम यहां के महान संगीतकार पंडित विष्णु नारायण भातखण्डे के नाम पर रखा हुआ है। इस महाविद्यालय की स्थापना १९२६ में राय उमानाथ बली एवं राजराजेश्वर बली, संयुक्त प्रान्त के तत्कालीन शिक्षा मंत्री के प्रयासों से पंडित भातखंडे द्वारा की गई थी। पूर्व नाम मैरिस कॉलेज ऑव म्यूज़िक हुआ करता था। यह संगीत का पवित्र मंदिर है। श्रीलंका, नेपाल आदि बहुत से एशियाई देशों एवं विश्व भर स
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संगीत कला केन्द्र
संगीत कला केन्द्र भारत का एक प्रमुख संगीत शिक्षण संस्थान हैं | यह संगीत शिक्षण संस्थान आगरा में स्थित हैं।
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राग परिचय
हिंदुस्तानी एवं कर्नाटक संगीत
हिन्दुस्तानी संगीत में इस्तेमाल किए गए उपकरणों में सितार, सरोद, सुरबहार, ईसराज, वीणा, तनपुरा, बन्सुरी, शहनाई, सारंगी, वायलिन, संतूर, पखवज और तबला शामिल हैं। आमतौर पर कर्नाटिक संगीत में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों में वीना, वीनू, गोत्वादम, हार्मोनियम, मृदंगम, कंजिर, घमत, नादाश्वरम और वायलिन शामिल हैं।