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Zindagi ke Safar mein guzar jaate hain❤️ RAAG BIHAAG ❤️ Kishore Kumar

Song: Zindagi ke safar mein Lyrics: Anand Bakshi Music: R D Burman Singer: Kishore Kumar Starring: Rajesh Khanna, Mumtaz, Sanjeev Kumar Film: Aap ki qasam (1974) Karaoke has been taken from this link: https://youtu.be/uNrt2EowQrw My other YouTube Channel: INNER UNIVERSE COMMUNITY Editing app used for this video is Kinemaster Mic Brand name is SONiLEX SL-BS204 (Wireless with Bluetooth and USB) My e-mail: [email protected] Follow me on Facebook: https://www.facebook.com/SanchitaSingerAuthor/ My Instagram handle is: @singersanchita More songs sung by SiNGER SANCHiTA: *Ye dil tum bin kahin lagta nahin https://youtu.be/as7tZ8KZI7o *Akele hain chale aao https://youtu.be/3D11W-TtzJw *Ehsaan tera hoga mujh par https://youtu.be/WrV9yQ_NyF0 *O mere dil ke chain https://youtu.be/IQDi9PbdMqw *Tera fitoor jab se chadh gaya re https://youtu.be/idTM1ompKvE *Gulabi aankhen jo teri dekhi (Rafi) https://youtu.be/Epdn_hZzd1I *Nainheen ko raah dikha prabhu (K L Saigal Saab) https://youtu.be/GfHluJOqQ5E *Gaata rahe mera dil https://youtu.be/yPy0gWFKoJY *Pyar deewaana hota hai https://youtu.be/jTbV2Ralrrs * Jeevan se bhari teri aakhen https://youtu.be/Gu9en9QhqA0 *Ek ajnabi haseena se https://youtu.be/ekivYuIIrDM * Dil cheez kya hai https://youtu.be/806pPZFVZMg *Bin tere sanam https://youtu.be/b71Mfez0J5k *Hai apna dil to aawaara https://youtu.be/abp4NDKGOR8 *Likhe jo khat tujhe https://youtu.be/BhC6yZxbbG8 *Tum asha vishwas hamaare https://youtu.be/KNlWFdWK3uA *Tumko dekha to ye khayal https://youtu.be/iNxOsHYOzbY *Dil diya hai jaan bhi denge https://youtu.be/emBw_IEv2DE #RDBurmanSongs #RajeshKhannaSongs

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बिहाग

बिहाग

राग बिहाग अत्यंत ही प्रचलित और मधुर राग है। प म् ग म यह स्वर समुदाय राग वाचक है। आरोह में मध्यम से उठाव करते समय मध्यम तीव्र का प्रयोग होता है जैसे - म् प ; म् प ध ग म ग; म् प नि सा' नि ध प;। अवरोह में तीव्र मध्यम का प्रयोग मध्यम शुद्ध के साथ किया जाता है जैसे - म् ग म ग। यदि अवरोह सीधा लेना हो तो सिर्फ शुद्ध मध्यम का प्रयोग होगा जैसे सा' नि ध प म ग रे सा

इस राग में निषाद शुद्ध खुला हुआ लगता है अतः इसमें उलाहने जैसे प्रबंध बहुत आकर्षक लगते हैं। साधारणतया आलाप की शुरुवात मन्द्र निषाद से होती है जैसे - ,नि सा ग रे सा ; ,नि सा ,नि म ग रे सा । इसके अवरोह में रिषभ और धैवत पर न्यास नही किया जाता। इनका प्रयोग अल्प होता है जैसे - नि ध प ; म ग रे सा

यह पूर्वांग प्रधान राग है। इसमें ख्याल, तराने, ध्रुवपद आदि गाए जाते हैं।

 

थाट

राग जाति

आरोह अवरोह
सा ग म प नि सा' - सा' नि धप म् प ग म ग रेसा , सा' नि ध प म् ग म ग रे सा;
वादी स्वर
गंधार/निषाद
संवादी स्वर
गंधार/निषाद