Hindustani Music ❤️ Raag Desh
A Rendition of Hindustani Music for Relaxation and Peace Of Mind | Indian Classical Music Instrumental | Sitar | B.Sivaramakrishna Rao Classical Music serious music following long - established principles rather than a folk, jazz, or popular tradition. Music written in the European tradition during a period lasting approximately from 1750 to 1830, when forms such as the symphony, concerto, and sonata were standardized. The flute is a family of musical instruments in the woodwind group. Unlike woodwind instruments with reeds, a flute is an aerophone or reedless wind instrument that produces its sound from the flow of air across an opening. #hindustaniclassicalmusic #classicalinstrumentalmusic #indianclassicalmusic #classicalmusic
Playlist
Category
राग
- 11 views
संबंधित राग परिचय
देस
यह बहुत ही मधुर राग है और ध म ग रे; ग ,नि सा; इन स्वरों से पहचाना जाता है। इस राग में षड्ज-मध्यम और षड्ज-पंचम भाव होने से यह बहुत ही कर्णप्रिय है।
यह स्वर संगतियाँ राग देस का रूप दर्शाती हैं - रे रे म ग रे ; ध प नि१ ध प ; रे' रे' म' ग' रे' ; ग' नि सा' ; ध म प; नि नि नि सा'
थाट
राग जाति
गायन वादन समय
समप्रकृति राग
राग के अन्य नाम
Tags
राग
- Log in to post comments
- 4867 views
Comments
राग देश किस पर गया जाता है ?
राग देश तीन ताल – 16 मात्रा पर गया जाता है । और भी ताल हैं जिन पर गया जा सकता है पर हर दूसरी ताल के लिया उसकी बंदिश अलग अलग होती है ।
- Log in to post comments
राग देश के स्वर क्या हैं ?
आरोह :- .नि सा रे म प नि सां ।
अवरोह:- सां नि ध प ,ध म ग रे , ग – .नि सा ।
- Log in to post comments
राग देश की जाति क्या है ?
राग देश की जाती जाति :- औडव – सम्पूर्ण (5,7 )
- Log in to post comments
राग देश का थाट कोण सा है ?
राग देश का खमज थाट है इसमें कोमल नि का प्रयोग होता है ।
- Log in to post comments
राग देश का परिचय
राग देश का परिचय
वादी: रे
संवादी: प
थाट: KHAMAJ
आरोह: ऩिसारेमनिसां
अवरोह: सांनि॒धपमगरेसा
पकड़: ऩिसारेम
रागांग: पूर्वांग
जाति: AUDAV-SAMPURN
समय: Night का --- प्रहर
- Log in to post comments
देश राग का परिचय
आरोह :- .नि सा रे म प नि सां ।
अवरोह:- सां नि ध प ,ध म ग रे , ग – .नि सा ।
पकड :- म प ध – म ग रे , ग – .नि सा ।
थाट :- खमाज थाट
जाति :- औडव – सम्पूर्ण (5,7 )
वादी – संवादी स्वर :- रे – प
गायन समय :- रात्री का दूसरा प्रहर ।