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कुघ केतु

आनंद भैरवी

Anandabhairavi or Ananda Bhairavi (pronounced ānandabhairavi) is a very old melodious rāgam (musical scale) of Carnatic music (South Indian classical music). This rāgam also used in Indian traditional and regional musics. Ānandam (Sanskrit) means happiness and the rāgam brings a happy mood to the listener.

It is a janya rāgam (derived scale) of the 20th Melakarta rāgam Natabhairavi, although some suggest that it is janya of 22nd melakarta Kharaharapriya.

आनंद भैरव

भैरव के ही मेल में, धैवत शुद्ध संयोग।
सम सम्वाद प्रात समय, बिलावल भैरव योग।।
राग-आनंद भैरव राग बिलावल थाट जन्य माना गया है। इसमें ऋषभ कोमल तथा शेष स्वर शुद्ध माने जाते हैं। गायन समय प्रातःकाल है। वादी म और संवादी सा है। जाति संपूर्ण है।

आरोह– सा रे ग म प ध नि सां।
अवरोह– सां नि ध प, म ग म रे – रे सा।
पकड़– ग म रे – रे सा,  नि ध प सा।

 

विशेषता:-

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