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भारत के नृत्य

कथक नृत्य― ઉત્તર ભારત

कथक का नृत्‍य रूप 100 से अधिक घुंघरु‍ओं को पैरों में बांध कर तालबद्ध पदचाप, विहंगम चक्‍कर द्वारा पहचाना जाता है और हिन्‍दु धार्मिक कथाओं के अलावा पर्शियन और उर्दू कविता से ली गई विषयवस्‍तुओं का नाटकीय प्रस्‍तुतीकरण किया जाता है। 
* कथक का जन्‍म उत्तर में हुआ किन्‍तु पर्शियन और मुस्लिम प्रभाव से यह मंदिर की रीति से दरबारी मनोरंजन तक पहुंच गया।
* इस नृत्‍य परम्‍परा के दो प्रमुख घराने हैं, इन दोनों को उत्तर भारत के शहरों के नाम पर नाम दिया गया है और इनमें से दोनों ही क्षेत्रीय राजाओं के संरक्षण में विस्‍तारित हुआ - लखनऊ घराना और जयपुरघराना।

મણિપુર क्षेत्र से आया शास्‍त्रीय नृत्‍य मणिपुरी नृत्‍य है

पूर्वोत्तर के मणिपुर क्षेत्र से आया शास्‍त्रीय नृत्‍य मणिपुरी नृत्‍य है। 
* मणिपुरी नृत्‍य भारत के अन्‍य नृत्‍य रूपों से भिन्‍न है।
* इसमें शरीर धीमी गति से चलता है, सांकेतिक भव्‍यता और मनमोहक गति से भुजाएँ अंगुलियों तक प्रवाहित होती हैं। 
* यह नृत्‍य रूप 18वीं शताब्‍दी में वैष्‍णव सम्‍प्रदाय के साथ विकसित हुआ जो इसके शुरूआती रीति रिवाज और जादुई नृत्‍य रूपों में से बना है।
* विष्‍णु पुराण, भागवत पुराण तथा गीत गोविंदम की रचनाओं से आई विषयवस्तुएँ इसमें प्रमुख रूप से उपयोग की जाती हैं।

ભારતનું શાસ્ત્રીય અને લોક નૃત્ય

शास्त्रीय नृत्य राज्य
भरतनाट्यम तमिलनाडु
कथकली केरल
मोहिनीअट्टम केरल
ओडिसी उड़ीसा
कुचिपुड़ी आंध्र प्रदेश
मणिपुरी मणिपुर
कथक उत्तर भारत मुख्य रूप से यू.पी.
सत्त्रिया नृत्य असम

ભારતીય शास्‍त्रीय નૃત્‍ય

साहित्‍य में पहला संदर्भ वेदों से मिलता है, जहां नृत्‍य व संगीत का उदगम है । नृत्‍य का एक ज्‍यादा संयोजित इतिहास महाकाव्‍यों, अनेक पुराण, कवित्‍व साहित्‍य तथा नाटकों का समृद्ध कोष, जो संस्‍कृत में काव्‍य और नाटक के रूप में जाने जाते हैं, से पुनर्निर्मित किया जा सकता है । शास्‍त्रीय संस्‍कृत नाटक (ड्रामा) का विकास एक वर्णित विकास है, जो मुखरित शब्‍द, मुद्राओं और आकृति, ऐतिहासिक वर्णन, संगीत तथा शैलीगत गतिविधि का एक सम्मिश्रण है । यहां 12वीं सदी से 19वीं सदी तक अनेक प्रादेशिक रूप हैं, जिन्‍हें संगीतात्‍मक खेल या संगीत-नाटक कहा जाता है । संगीतात्‍मक खेलों में से वर्तमान शास्‍त्रीय नृत्‍य-रूपों

પ્રખ્યાત શાસ્ત્રીય નૃત્યો વિશે જાણો.

પ્રખ્યાત શાસ્ત્રીય નૃત્યો વિશે જાણો. જો તમે તેમને યાદ રાખશો તો સ્પર્ધકો પરીક્ષામાં સારા ગુણ મેળવી શકે છે.

1. મોહિની અટ્ટમ કયા રાજ્યનો અર્ધ શાસ્ત્રીય નૃત્ય છે?
(a) તમિલનાડુ (b) કેરળ (c) આંધ્ર પ્રદેશ (d) ઓડિશા

2. ભરતનાટ્યમ કયા રાજ્ય સાથે સંબંધિત છે?
(a) રાજસ્થાન (b) પશ્ચિમ બંગાળ (c) તામિલનાડુ (d) કેરળ

કાચીપુડી કયા રાજ્યની સ્વદેશી નૃત્ય શૈલી છે?
(a) આંધ્રપ્રદેશ (b) ઓડિશા (c) તામિલનાડુ (d) મણિપુર

Ku. કુતિયાત્તમ કયા રાજ્યના શાસ્ત્રીય રંગ પ્લેટફોર્મનું એક સ્વરૂપ છે?
(a) તમિલનાડુ (b) મણિપુર (c) પશ્ચિમ બંગાળ (d) કેરળ

संबंधित राग परिचय