खटिकही नाच
खटिकही नाच
साग-सब्जी बेचने, सूअर पालने का काम करने वाली खटिक जाती अपने आनंद आल्हाद के लिए विवाह, गवना, पूजा, पालकी के अवसरों पर झंडा लेकर जुलुस निकालकर पालकी में दूल्हे को बिठाकर तेज चलते हुए बीच - बीच में रुक- रुक कर, कभी नीचे स्वर में और कभी ऊंचे स्वर में आवाज़ निकालते हुए, नृत्य करती हैं। छड़, थाली, ढोल, झाल के समवेत स्वर से आकाश गूँज उठता है।
- Read more about खटिकही नाच
- Log in to post comments
- 11 views