मुल्तानी मिट्टी कैसे लगाएं
मुलतानी
Raagparichay
Sun, 13/09/2020 - 12:56
यह अत्यंत मधुर राग है। राग तोडी से बचने के लिये राग मुलतानी में ,नि सा म१ ग१ रे१ सा - यह स्वर समुदाय लिया जाता है। आलाप की समाप्ति इन्ही स्वरों से की जाती है। इसमे रिषभ पर जोर नहीं देना चाहिये। इस राग में मध्यम और गंधार को मींड के साथ बार बार लिया जाता है। प्रायः आलाप और तानों का प्रारंभ मन्द्र निषाद से किया जाता है।
यह गंभीर प्रकृति का राग है। इसमें भक्ति रस की अनुभूति होती है।
- Read more about मुलतानी
- Log in to post comments
- 2031 views