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भरतनाट्यम नृत्यांगना

भरतनाट्यम् ― तमिलनाडु

भरत नाट्यम, भारत के प्रसिद्ध नृत्‍यों में से एक है तथा इसका संबंध दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्‍य से है
* भरत नाट्यम में नृत्‍य के तीन मूलभूत तत्‍वों को कुशलतापूर्वक शामिल किया गया है। 
* ये हैं भाव अथवा मन:स्थिति, राग अथवा संगीत और स्‍वरमार्धुय और ताल अथवा काल समंजन। 
* भरत नाट्यम की तकनीक में, हाथ, पैर, मुख, व शरीर संचालन के समन्‍वयन के 64 सिद्धांत हैं, जिनका निष्‍पादन नृत्‍य पाठ्यक्रम के साथ किया जाता है।

भरतनाट्यम नृत्य

भरतनाट्यम् नृत्‍य को एकहार्य के रूप में भी जाना जाता है, जहां नर्तकी एकल प्रस्‍तुति में अनेक भूमिकाएं करती है, यह कहा जाता है कि 19वीं सदी के आरम्‍भ में, राजा सरफोजी के संरक्षण के तहत् तंजौर के प्रसिद्ध चार भाईयों ने भरतनाट्यम् के उस रंगपटल का निर्माण किया था, जो हमें आज दिखाई देता है ।

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