Skip to main content

एकल नृत्य

चाक्यारकूंतु नृत्य

केरल राज्य में आर्यों द्वारा प्रारम्भ किये गये चाक्यारकूंतु नृत्य शैली का आयोजन केवल मंदिर में किया जाता था और सिर्फ़ सवर्ण हिन्दू ही इसे देख सकते थे।
नृत्यगार को कूत्तम्बलम कहते हैं।
स्वर के साथ कथापाठ किया जाता है, जिसके अनुरूप चेहरे और हाथों से भावों की अभिव्यक्ति की जाती है

संबंधित राग परिचय