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शख्सियत

ਰਮੇਸ਼ ਨਰਾਇਣ

Sanhita Nandi is a prominent Hindustani classical vocalist of the Kirana Gharanahe central motif of her style is slow tempo raga development (voice culture, voice throw, and tonal application) and ornamented sargams. She is getting guidance under Mashkoor Ali Khan.

Early life
Sanhita Nandi was trained under the late A. Kanan of Kirana Gharana,[3] the senior most guru at the ITC Sangeet Research Academy.

Career

Sanhita Nandi performing in Sawai Gandharva in Pune

Sanhita Nandi performing in Tansen Sangeet Samaroh in Gwalior

ਕਾਸ਼ੀ ਦੇ ਲੇਖਕ

ਕਾਸ਼ੀ ਦੇ ਲੇਖਕ

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ਦਮੋਦਰ ਪੰਡਿਤ ਨੇ ਗਾਇਡ ਵਿੱਚ ਉੱਕਤ ਵਿਅਕਤੀ ਘਟਨਾ ਦੀ. ਰਚਨਾ ਦੀ ਪ੍ਰਤਿਸ਼ਠਿਤ ਪੱਲਗਮ ਇੰਨੀ ਕੁ ਰਾਇਟ ਇਕ ਕਾਵਿ ਗਰਥ ਹੈ. ਜੋਸ਼ੀ ਕਾ ਰਾਜਕੁਮਾਰਾਂ ਦੀ ਮਾਰਕੀਟ ਦੀ ਭਾਸ਼ਾ ਸਿਖਲੇਨੇ ਲਈ ਰਚੀ ਗਈ ਕਾਸ਼ੀਕੇਯ ਦੀ ਮੱਤਭੇਦ ਕਾਸ਼ੀਸ਼ਵਰ ਅਤੇ ਪ੍ਰਸੰਸਾ ਦਾ ਕਾਵਿ ਭਾਗ ਹੈ.

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ਸਲਾਮਤ ਅਲੀ ਖਾਨ

Salamat Ali Khan (12 December 1934 – 11 July 2001[4]) was a Pakistani vocalist and touring artist known for his contribution to the Hindustani classical music.[5] Widely regarded as one of the greatest classical singers of the subcontinent,[6] he was active in music industry, particularly in classical music after the partition of the Indian subcontinent, however he earned his recognition before migrated to Pakistan. In 1969, he appeared in Edinburgh Festival, leading him to earn international recognition.

അമർ നാഥ്

Pandit Amarnath (1924–1996) was an Indian Classical Vocalist and composer. He composed music for the film Garam Coat in 1955. He should not be confused with the very popular composer of the same name, Amarnath, who was very active in Lahore and Mumbai film industry in 1940s and died around 1947.

ਪ੍ਰਾਣ ਨਾਥ (ਸੰਗੀਤਕਾਰ)

Pandit Pran Nath (Devanagari: पंडित प्राणनाथ) (3 November 1918 – 13 June 1996) was an Indian classical singer and master of the Kirana gharana singing style. Promoting traditional raga principles, Nath exerted an influence on notable American minimalist and jazz musicians, including La Monte Young, Terry Riley, and Don Cherry] He began performing in the United States in the 1970s, and established the Kirana Center for Indian Classical Music in 1972; he subsequently taught in various universities across the US and Europe.

ਹਸਰਤ ਮੋਹਨੀ

मौलाना हसरत मोहानी (1 जनवरी 1875 - 1 मई 1951) साहित्यकार, शायर, पत्रकार, इस्लामी विद्वान, समाजसेवक और "इंक़लाब ज़िन्दाबाद" का नारा देने वाले आज़ादी के सिपाही थे।

ਕੁਮਾਰ ਸਾਨੂ

कुमार सानू हिंदी सिनेमा के एक जानेमाने पार्श्व गायक हैं। 20 अक्टूबर, 1957 को कोलकता में जन्मे कुमार सानू का मूल नाम केदारनाथ भट्टाचार्य है। उनके पिताजी स्वयं एक अच्छे गायक और संगीतकार थे। उन्होंने ही कुमार सानू को गायकी और तबला वादन सिखाया था। गायक किशोर कुमार को अपना आदर्श मानने वाले सानू ने गायकी में अपना खुद का अलग अंदाज़ बनाये रखा है।

ਤਿਆਗਰਾਜ ਦੀ ਜੀਵਨੀ

त्यागराज प्रसिद्ध संगीतज्ञ थे। वे 'कर्नाटक संगीत' के महान् ज्ञाता तथा भक्तिमार्ग के कवि थे। इन्होंने भगवान श्रीराम को समर्पित भक्ति गीतों की रचना की थी। उनके सर्वश्रेष्ठ गीत अक्सर धार्मिक आयोजनों में गाए जाते हैं। त्यागराज ने समाज एवं साहित्य के साथ-साथ कला को भी समृद्ध किया था। उनकी विद्वता उनकी हर कृति में झलकती है, हालांकि 'पंचरत्न' कृति को उनकी सर्वश्रेष्ठ रचना कहा जाता है। त्यागराज के जीवन का कोई भी पल श्रीराम से जुदा नहीं था। वह अपनी कृतियों में भगवान राम को मित्र, मालिक, पिता और सहायक बताते थे।

संबंधित राग परिचय