राग यमन | किशोरी अमोनकर
Anand
Fri, 03/12/2021 - 16:35
A peerless artiste of the Jaipur Atrauli gharana, Kishori Amonkar developed her own style with concentrated sadhana. She believes that a raga should be developed so that it unfurls like a bud blooming into a rose, each note coloured with its mood, its feeling. In this audio, the artiste has conveyed the mood of pleasantness through Raga Yaman.
जयपुर अतरौली घराने की एक बेजोड़ कलाकार किशोरी अमोनकर ने केंद्रित साधना के साथ अपनी शैली विकसित की। उनका मानना है कि राग को विकसित किया जाना चाहिए ताकि वह एक कली की तरह खिलकर गुलाब बन जाए, प्रत्येक स्वर अपनी मनोदशा, अपनी भावना से रंगा हो। इस ऑडियो में कलाकार ने राग यमन के माध्यम से मधुरता के भाव को व्यक्त किया है।
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